मंगलवार, 23 जून 2009

परदेश से जब आयेंगे मेरे साजना



परदेश से जब आयेंगे मेरे साजना
           रूठ जाऊंगी करूँगी उनसे बात ना
जो भी कहो,कहूँगी,दूर से ही कहो
          रखने  दूँगी बदन पर उन्हें हाथ ना॥

पूछूँगी क्यों इतना तरसाया मुझे
               काहे पागल सजना बनाया मुझे
तुमने तो मुझको भुला ही दिया
               काहे सताया इतना रुलाया मुझे
आदतें ये तुम्हारी आयी रास ना॥ 

हाय तुम क्या जानो कैसे रही हूँ
               जीवित भी हूँ कि या मर गयी हूँ
तुम बड़े बेरहम हो बेदर्दी पिया
                बस मैं ही यह जानूँ जैसे रही हूँ 
लगता आयी तुम्हें मेरी याद ना॥ 


गुरुवार, 18 जून 2009

इंसानियत का फ़र्ज़ निभाते चलो


इंसानियत का फ़र्ज़ निभाते चलो।
        भटके हुओं को राह दिखाते चलो॥ 

धन दौलत कौन साथ लेकर गया
         ज्यादा हो गरीबों को उठाते चलो॥ 


दुबारा जीवन तो अब मिलना नहीं
        हो सके तो प्यारे मित्र बनाते चलो॥ 


रोते को हँसाना पुण्य से कम नहीं
         ऐसा पुण्य 
दिन-रात कमाते चलो॥ 


बुधवार, 10 जून 2009

नौकरी से छुट्टी ले आना बालमा


नौकरी से छुट्टी ले आना बालमा
        कर के कोई सा बहाना बालमा
         नौकरी से छुट्टी ले आना बालमा।  


नौकरी में तुम तो ऐसे डूबे
        हाय कैसे कहें हम कैसे ऊबे
ऐसा किस काम का है कमाना बालमा।

रूप और जवानी फ़िर न आए
       तुम को भला यह कौन बताये
देखो फ़िर न मिले यह खजाना बालमा।

गुजरूँ जिधर से हर कोई देखे
      अँखियों से दिल अपना वो फेके
   मेरे पीछे पड़ा है यह जमाना बालमा।


करवट बदल बदल कर जागूँ
       जल्दी से आओ तुमसे यह मांगू

 बीता जाए मौसम यह सुहाना बालमा।

फिसल न जाए कहीं पैर हमारो
जल्दी से आ के मुझको संभालो
  फ़िर दोषी न मुझको ठहराना बालमा।


सोमवार, 8 जून 2009

प्रभु मेरे तेरी जय जय कार


प्रभु मेरे तेरी जय-जयकार,
प्रभु मेरे तेरी जय-जयकार,
तेरी महिमा है अपरम्पार 
तेरी शरण में आकर पाया- 2
खुशियों का संसार
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार।

शरण तुम्हारी जबसे आया,
सचमुच ही मैंने जीवन पाया
फूल खिला मेरे जीवन का,
तूने सुन ली मेरी पुकार।
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार

विश्वास हमारा तुझमें हुआ है,
वास तुम्हारा मुझमें हुआ है 
परमानन्द मुझे मिलने लगा है,
हुआ जीवन मेरा साकार। 
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार

जीवन की मुझे राह दिखायी 
जीने की मुझमें चाह जगायी
मारे खुशी के गदगद हूँ,
आयी जीवन में मेरे बहार।
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार 

जीवन मेरा सफल हुआ है,
भक्ति में तेरी सबल हुआ है
थकता नहीं गुन गाकर तेरे, 
किया तूने मुझपे उपकार।
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार

ऐसे ही कृपा बनाये रखना,
राह यूँ ही दिखाये रखना 
रमा रहूँ तेरी भक्ति में, 
बना रहे तू जीवन आधार।
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार

कभी न छूटे संगत तेरी, 
पूरी हो हर मन्नत मेरी
सदा ही तेरा ध्यान धरूँगा,
मेरी विनती करो स्वीकार।
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार

बड़ी ही पावन तेरी भावना,
पूरी होने लगी है कामना
तेरी कृपा से उठने लगे,
मेरे मन में सुन्दर सुविचार।
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार 

दुख के बादल छटने लगे 
सुख के सागर भरने लगे
शैतानों ने कर रखा था , 
जीवन जीना मेरा दुश्वार।
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार 

तेरी महिमा का पार नहीं, 
तेरे जैसा कोई प्यार नहीं 
तेरी दया से मैं ही नहीं,
मेरा धन्य हुआ परिवार। 
प्रभु मेरे तेरी जय जयकार









शनिवार, 6 जून 2009

चालीस पार हो गए तो अखरस बतरस लीजिये


चालीस पार हो गए तो अखरस बतरस लीजिये।
         जियो और जीने दो जीवन का रस लीजिये।

गर जल्दी जाना हो तुम्हें यह दुनिया छोड़कर
    सुबह-शाम जब चाहे सिगरट का कस लीजिये।

जो जीने न दे तुमको किसी भी तरह से 
           फिर मत सोचो कैसे भी उसे डस लीजिये।

मोहब्बत से लोग जहाँ मिल जुल कर रहते हों
     उनके बीच जाकर प्यारे एक दम बस लीजिये।

जीवन की आपाधापी में क्यों आग बबूला होना 
         जो भी मन का मिले उसी संग हँस लीजिये।

गुरुवार, 4 जून 2009

नफ़रत करने की तो वो सारी हदें तोड़ दिए



नफ़रत करने की तो वो सारी हदें ही तोड़ दिए।
     अपना रुख मोड़ के मेरा जीवन ही मोड़ दिए॥ 

भूल कर भी कोई किसी का इतना बुरा न चाहे
    अपनों की खातिर अपनी आँख ही फोड़ लिए॥ 

ऐसे लोग जहाँ कहीं भी देखे मुझे समझ न आये 
 बड़े प्यार से मैंने उनसे अपने हाथ ही जोड़ लिए॥ 

सभी अपने मन के मिलें ऐसा हो ही नहीं सकता
 मन के तो मैंने अपनाए बे-मन के वहीं छोड़ दिए॥

सोमवार, 1 जून 2009

ईशु मसीह की प्रार्थना


ईशु मसीह की प्रार्थना 
मैंने बहुत पहले लिखी थी 
जो आपके सामने प्रस्तुत है।

यहोवा यहोवा यहोवा
           समाया तन-मन में तू यहोवा-2

तेरी व्यवस्था पे चल के
                 मेरा जीवन बदलने लगा है
टेड़ी मेढ़ी राहों से निकल के
                सीधी राहों पे चलने लगा है
सीधी राहों पे चलने लगा है
                        यहोवा यहोवा यहोवा
समाया तन-मन में तू यहोवा...

भरोसा किया मैंने तुझपे
                  किया जीवन ये तेरे हवाले
हजारों ही नहीं तूने लाखों
                  भक्तों के जीवन हैं संभाले
भक्तों के जीवन हैं संभाले
                        यहोवा यहोवा यहोवा
समाया तन-मन में तू यहोवा...

कर दो कृपा इतनी मुझपे
                      संगत न कभी तेरी छूटे
तेरा ही रिश्ता है सांचा
                  बाकी रिश्ते लगें सारे झूठे
बाकी लगें रिश्ते सारे झूठे
                        यहोवा यहोवा यहोवा
समाया तन-मन में तू यहोवा.. 

गुरुवार, 28 मई 2009

उसके प्यार का तम्बू ही उजड़ गया


उसके प्यार का तम्बू ही उजड़ गया।
तम्बू  ही नहीं बम्बू भी उखड गया॥

सदमा ए गम वो झेल नहीं पाया
उसका सारा हाल ही बिगड गया। 

कैसे लौट पायेगा अपने हाल में
दिल से उसका दिल ही हड़ गया।

कौन जाने अब क्या होगा आगे
हाल देख कर होश ही उड़ गया।

जीना चाहता था वो अपने ढंग से
मगर जीवन का रुख ही मुड़ गया।

लगे न प्रेम रोग कभी किसी को
बेचारा प्रेम चाह में ही कुड़ गया।

मंगलवार, 26 मई 2009

तन के रोगी मन के रोगी देखे गए



तन के रोगी मन के रोगी देखे गए।           
         प्यार में तड़पते हुए जोगी देखे गए॥ 

ओखली के अदंर पर चोट के बाहर
        बड़े ही चतुर जहाँ में भोगी देखे गए।

मतलब में तो मीठे पर वैसे हैं कडुए
          ढंग-ढंग के जहाँ में ढोंगी देखे गए।

आता जाता तो कुछ भी नहीं है 
          फिर भी फेंकते हुए पोंगी देखे गए

सोमवार, 25 मई 2009

दोस्ती से अच्छी लोग दुश्मनी निभा देते हैं


दोस्ती से अच्छी लोग दुश्मनी निभा देते हैं।
इंसानियत का गिरा हुआ रूप दिखा देते हैं॥ 

मुश्किल से बने है दुनिया में इज्जत यारो 
उसी इज्जत को लोग धूल में मिला देते हैं।

पहले दोस्त हुआ करता है कोई भी दुश्मन
दोस्त बनके दुश्मन जड़ से ही हिला देते हैं।

अगर आगे न निभे तो वहीं पर ही छोड़ दें
देवता बन कर क्यों राक्षस का सिला देते हैं।