नौकरी से छुट्टी ले आना बालमा
कर के कोई सा बहाना बालमा
नौकरी से छुट्टी ले आना बालमा।
नौकरी में तुम तो ऐसे डूबे
हाय कैसे कहें हम कैसे ऊबे
ऐसा किस काम का है कमाना बालमा।
रूप और जवानी फ़िर न आए
तुम को भला यह कौन बताये
देखो फ़िर न मिले यह खजाना बालमा।
गुजरूँ जिधर से हर कोई देखे
अँखियों से दिल अपना वो फेके
मेरे पीछे पड़ा है यह जमाना बालमा।
करवट बदल बदल कर जागूँ
जल्दी से आओ तुमसे यह मांगू
बीता जाए मौसम यह सुहाना बालमा।
फिसल न जाए कहीं पैर हमारो
जल्दी से आ के मुझको संभालो
फ़िर दोषी न मुझको ठहराना बालमा।
नवेली दुल्हन पे ख़ूब जचता है यह गीत
जवाब देंहटाएंएक पुराना गीत है न कि - तेरी दो टकिया की नौकरी में मेरा लाखों का सावन जाये - की याद ताजा कर दी आपने।
जवाब देंहटाएंसादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.
बहुत सही..अब माना भी जा ना बलमा!! :)
जवाब देंहटाएंतेरी दो टकिया की नौकरी,
जवाब देंहटाएंमेरा लाखों का सावन जाये रे..........
सुन्दर विरह गीत।
आभार।
प्रेम जी,
जवाब देंहटाएंविरह दग्ध किसी नवयौवना का अच्छा चित्रण है जो बलमा से विनय भी है और चेतावनी भी कि " फिर दोष ना देना कहीं पैर फिसल ना जाये हमारा "
भावनाओं का अच्छा मिश्रण है। अब तो बालमा मान ही जायेंगे समीर जी ने भी रिक्वेस्ट जो कर ली है।
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
रूप और जवानी फ़िर न आए
जवाब देंहटाएंतुमको भला यह कौन बताये
फ़िर न मिले यह खजाना बालमा।
क्या बात कही janaab ............... फिर नहीं miltaa ये khajaana
वाह भाई
जवाब देंहटाएंबालम छुट्टी लेकर आ जाना ...
बहुत सुन्दर पढ़कर आनंद गया
jaisa suman sir ne kaha...haaye haaye ye majboori is geet ki yaad to at hai is kavita ko padhke
जवाब देंहटाएंvirah vedna ka bahut hi sajeev chitran kiya hai.
जवाब देंहटाएंbahut khoob prem ji, charitra men doobkar likha hai. badhai.
जवाब देंहटाएंवाह वाह क्या बात है! बहुत ही शानदार लिखा है आपने और उतनी ही गहराई के साथ!
जवाब देंहटाएंवाह नये अन्दाज़ मे आ गयी दो टकियाँ दी नौकरी बहुत सुन्दर बधाई
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar git hai .......navvivahita par jachane wali geet......ati sundar
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