उनकी रचना में नहीं,जितना उनमें दम है।
देख प्रोफाइल हर कोई जाता उनमें रम है॥
टिपण्णी करने जाता रख के सिर पर पाँव
मुहब्बत के लिए यह मेहनत बहुत कम है॥
आँखों के अंधों को कुछ भी नहीं सूझता
आखिर क्या है उनमें अच्छाई क्या ख़म है॥
जो है पास उसके उसकी ख़ुशी नहीं कोई
जो पास नहीं है उसके खलता वही गम है॥
उसका ध्यान कोई यूँ भंग नहीं कर पाता
भंग जिससे होता पायल की छम छम है॥
समझदारों को समझाने की जरूरत नहीं
प्यार मिले तो बताओ फिर कैसी शरम है॥
तारीफ़ से हमेशा प्यार हासिल नहीं होता
ब्लागर्स के लिए कितना प्यारा यह भ्रम है॥