शनिवार, 8 अगस्त 2009

तुम्हारे जितना मुझे कोई भाता नहीं है


तुम्हारे जितना मुझे कोई भाता नहीं है।
तुम्हारे सिवाय नज़र कोई आता नहीं है।

लगता है तुमने भी मुझको दिल दे दिया

वरना यूँ देख के कोई मुस्कराता नहीं है।

मेरी किस्मत मेरे साथ जरूर रही होगी

ऐसे आसानी से प्यार कोई पाता नहीं है।

मुझे बड़ा सकूं मिलता है तेरे ख्यालों में

यूँ ही दिल गीत कोई गुनगुनाता नहीं है।

8 टिप्‍पणियां:

  1. लगता है तुमने भी मुझको दिल दे दिया
    वरना यूँ देख के कोई मुस्कराता नहीं है।


    -सही कहा..पक्का दिया होगा!! :)

    बेहतरीन!!!

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  2. Bahut khub...sundar likha apne..badhai.

    शब्द-शिखर पर नई प्रस्तुति - "ब्लॉगों की अलबेली दुनिया"

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  3. वरना यूँ देख के कोई मुस्कराता नहीं है।
    लक्षण बिलकुल सही है. अब तो मर्ज की दवा भी मिल जायेगी.
    बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति

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  4. बहुत उम्दा प्रेम भाई।
    बढ़िया लिख रहे हो।
    बधाई।

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  5. मेरी किस्मत मेरे साथ जरूर रही होगी
    ऐसे आसानी से प्यार कोई पाता नहीं है।

    वाह क्या खूब कहा !!

    किस्मत तो जरूर चाहिए

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  6. Very Nice poems...i am a big fan of Hindi literature..

    http://meghanaunleashed.blogspot.com/

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  7. आप सभी ब्लोगर मित्रों का मेरा हौसला बढाने के लिए दिल से धन्यबाद!!

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