पहले उससे नज़र मिली फ़िर बात हो गई।
धीरे-धीरे जाने कब वो हमख्यालात हो गई॥
जरूर होगा ऊपर वाले का रहम ओ करम
थी जिसकी तलाश उससे मुलाकात हो गई।
कट रहे दिन-रात मेरे मस्तियों में आजकल
मस्त-मस्त अब तो मेरी हर एक रात हो गई।
एक दूजे पर खुशी से खुशी लुटा रहे हैं हम
हम डाल-डाल पर तो वो पात-पात हो गई।
इक हादसे में उनसे मुलाकात हो गयी।
जवाब देंहटाएंमेरे लिए ये ‘प्रेम’ की सौगात हो गयी।
बस नजर मिली, नजर में बात हो गयी।
हम डाल-डाल थे वो पात-पात हो गयी।
एक दूसरे पर खुशी से खुशी को लुटा रहे हैं हम
जवाब देंहटाएंहम डाल डाल पर और वो पात पात हो गई।
--बस, प्रसन्न रहें ऐसे ही-शुभकामनाऐं.
दिलचस्प कविता लिखी है ...मजेदार
जवाब देंहटाएंमेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
waah abhut sunder,mastiyon ki ada se bhari.
जवाब देंहटाएंbadi khoobsurti se rachi gayi rachna
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना , दिल में एक उमंग जगा गई
जवाब देंहटाएंजिसकी तलाश थी उसी से मुलाकात हो गई।