जालिम दिल तोड़ गया।
भटकने को छोड़ गया॥
जीवन भर ग़मों से
रिश्ता मेरा जोड़ गया।
लेकर गया जीवन रस
तन-मन निचोड़ गया।
लाकर दो राहे पर
जीवन रुख मोड़ गया।
प्यार में धोखा देकर
मुझको झकझोड़ गया।
अच्छी रचना है
जवाब देंहटाएंpyar mein aisa hi hota hai varna iska naam pyar kyun hota.
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