पहले उससे नज़र मिली फ़िर बात हो गई।
धीरे-धीरे जाने कब वो हमख्यालात हो गई॥
जरूर होगा ऊपर वाले का रहम ओ करम
थी जिसकी तलाश उससे मुलाकात हो गई।
कट रहे दिन-रात मेरे मस्तियों में आजकल
मस्त-मस्त अब तो मेरी हर एक रात हो गई।
एक दूजे पर खुशी से खुशी लुटा रहे हैं हम
हम डाल-डाल पर तो वो पात-पात हो गई।