शनिवार, 28 मार्च 2009

वो मेरी हर समस्या सुलझाना चाहते है

मेरा आशिक 

वो मेरी हर समस्या सुलझाना चाहते हैं।
शायद इसी बहाने मुझे
 फुसलाना चाहते हैं॥ 


हर तरह यकीन दिलाते हुए नहीं थकते
        सारे 
ही जमाने को झुठलाना चाहते हैं।


हाय जाने उन्हें क्या दिख गया मुझमें
        मेरी लिए सभी को ठुकराना चाहते हैं।


आशिक बहुत देखे मगर ऐसे न देखे 
           तन-मन-धन से लुट जाना चाहते हैं।

कहते हैं दुनियाँ मुझे रास नहीं आती
           लेकर 
मुझे कहीं उड़ जाना चाहते हैं।


दो पल नहीं जीवन भर साथ चाहिए
          इस तरह मुझसे 
जुड़ जाना चाहते हैं।