मेरी बातों में क्या रखा,
अपने दिल की बात सुनाओ।
देखें क्या है तकदीर तुम्हारी,
लाओ अपना हाथ दिखाओ॥
आज मिले हो जैसे मुझसे,
क्या कल भी मिलने आओगे
यहीं मिलोगे या और कहीं,
होगी कहाँ मुलाकात बताओ।
रोज मिलेंगे दिल से मिलेंगे,
जहाँ कहोगे हम वहाँ मिलेंगे
पर,जैसे मैं चाहती वैसे,
गर तुम मेरा साथ निभाओ।
छल-कपट की बात नहीं,
देखो अपने इस प्यार में
मेरी इन बातों पर दिलवर,
क्यों हो गए उदास बताओ।