भरोसा कर देख लिया हर कोई झूठा है।
भरोसे में लेकर मुझे हर कोई लूटा है॥
लोग कहते हैं कुछ मगर करते हैं कुछ
इसलिए हर किसी से हर कोई रूठा है।
देने की जगह सब लेने पर तुले हुए
इसी वजह आज रिश्ता हर कोई टूटा है।
अच्छाई की जगह पर बुराई कायम हो गयी
तभी तो अपनों से हर कोई छूटा है।