इस दुनिया में कौन है अपना, कहना मुश्किल है।
जाने कौन कब दे जाए धोखा,कहना मुश्किल है॥
कहने को सभी कहते हैं कि हम साथ निभाएंगे
लेकिन कौन निभाएगा कितना,कहना मुश्किल।
अक्सर लोग भरोसे से ही, तोड़ देते हैं भरोसा
आख़िर किस पर करें भरोसा,कहना मुश्किल है।
कहते मुहब्बत और जंग में,सब कुछ है जायज
पर इनके सिवा और बचा क्या,कहना मुश्किल है।