चंदा की चाँदनी जैसी, मेरे घर में तू आयी है
साथ में अपने सारे जहाँ की, खुशियाँ लायी है
मारे खुशी के झूमें, मेरा सारा तन-मन
तुझको पा के ऐसे लगे, धन्य हुआ मेरा जीवन
सूने जीवन में आ के तूने,आशा की ज्योति जलायी है
मेरे मन-मन्दिर में तू , एक प्यारी सी मूरत है
तेरी सूरत में तो मुझको, दिखती अपनी सूरत है
देखके तेरा रूप सलोना, दिल की कली मुसकायी है
जीवन जीवन मेरा पा के तुझसी गुड़िया
मैं तो कहूँ सबको मिले, तुझसी प्यारी गुड़िया
तेरे आने से जीवन में, खुशहाली सी छायी है
बहुत प्यारी लोरी है. गेयता भी सुन्दर है.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन और ---
बहुत सुन्दर बात कही प्रेम भाई।
जवाब देंहटाएंचंदा की चाँदनी जैसी मेरे घर में तू आयी है
जवाब देंहटाएंसाथ में अपने सारे जहाँ की भरके खुशियाँ लायी है।
-बढ़िया!!
bahut badhiya.........badhayi
जवाब देंहटाएंधन्य हुआ है जीवन मेरा पाके तुझसी गुड़िया
जवाब देंहटाएंमैं तो कहूँ सबको मिले तुझसी प्यारी गुड़िया
तेरे आने से मेरे सूने घर में खुशहाली सी छायी है।
दिल के बहुत ही करीब लगा.........शुक्रिया
umda , prem ji , dekhen post men kuchh shabd idhar udhar to nahin ho gaye hain, kuchh kami si khatak rahi hai.
जवाब देंहटाएंमातृत्व की बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति. किसी कवि ने ठीक ही कहा है की जिस घर में बेटी नहीं, वो घर शमशान जैसा है.
जवाब देंहटाएंचंदा की चाँदनी जैसी
जवाब देंहटाएंमेरे घर में तू आयी है
साथ में अपने सारे जहाँ की
भरके खुशियाँ लायी है।
बहुत सुन्दर!
बढ़िया लोरी है।
बधाई!
बधाई !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई !
MAATRITV KA AMRIT LIYUE LAJAWAB AUR SUNDAR LORI AI .......
जवाब देंहटाएंप्रेमनारायण जी,
जवाब देंहटाएंप्यारी सी गुड़िया के लिये प्यार / दुलार भरी लोरी मन के बहुत भायी।
आप तो वैसे भी स्थापित गीतकार हैं तो रस को घोल बहुत ही खूबी से जानते हैं।
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
बहुत ही मधुर लोरी ......इक माँ के मन के भाव बखूबी उकेरे आपने प्रेम जी
जवाब देंहटाएंविषय भी थोडा हट कर चुना :)
साधुवाद !!
आप सभी ब्लोगर मित्रों का मेरा हौसला बढाने के लिए दिल से धन्यबाद!!
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