बेटी की विदाई पर
पिता की भाव भीनी सलाह
आज जिगर का टुकडा, मुझसे दूर चला।
कैसे बतलाऊँ दिल को, करके चूर चला।
मुबारक हो तुझको,नया तेरा जीवन
चहकता रहे तेरा खुशियों से आँगन।
सास - ससुर की सदा सेवा करना
खुशियों से उनके जीवन को भरना
भरेंगे वही तेरा खुशियों से दामन।
साजन की ख़ुशी ही तेरी खुशी
सँवरती ही जायेगी यह तेरी जिंदगी
सदा होकर रहेगा वो तेरा साजन।
वहाँ प्यार अपना सभी को लुटाना
घुटना कभी न किसी को घुटाना
रिश्ता कायम रहेगा सदा तेरा पावन।
मन की बहोत ही पावन भावनाओं
जवाब देंहटाएंके साथ रची गई मासूम कविता
बधाई ...........!
---मुफलिस---
MUFLIS ji,
जवाब देंहटाएंThank you very much for your comment.
बहुत भावपूर्ण- बिटिया को सुन्दर सीख.
जवाब देंहटाएंबधाई इस रचना के लिए.