छोटी-छोटी बातों पर भी
ध्यान देना चाहिए।
छोटों को प्यार बड़ों को
मान देना चाहिए।।
संतों के प्रवचन जहाँ
कहीं भी हो रहे हों
अपना समय निकाल कर उन्हें
कान देना चाहिए।।
सुनने को देखने को
मिलता है बहुत कुछ
जरूरी ग्रहण करें बाकी को
छान देना चाहिए।।
आगे आ कर परोपकारियों
की मदद करते रहें
उनकी मदद वास्ते अपनी चादर
तान देना चाहिए।।
मित्रो, आपका मन सदैव
शुध्द और शांत रहेगा
अपनी श्रध्दा के अनुसार कुछ
दान देना चाहिए।।
अपना कुछ भी नहीं
बिगड़ता है मेंरे दोस्तो
जिससे भी मिलें उसे अपनी
मुस्कान देना चाहिए।।
वाह साहब, बहुत बधाई. आप ब्लॉगवाणी पर आ गये. अब सब आपकी रचनाओं बारे में जान सकेंगे. http://www.blogvani.com/
जवाब देंहटाएंशुभकामनाऐं.
बहुत सुन्दर बातें कहीं आपने, बधाई स्वीकार करें!
जवाब देंहटाएंबहुत सुदर सुदर बातें लिखी है....बहुत खूब !!!!
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