हित दिखा कर भी लोग अहित कर देते हैं।
अनादर भी कभी आदर सहित कर देते हैं॥
दुश्मनों के रूप कौन जान पाया आज तक
जिस रूप में भी आते व्यथित कर देते हैं।
चरित्रवान कोई लाख बनना चाहे दुनिया में
ऐसे भी लोग हैं जो आकर पतित कर देते हैं।
कितना भी सोच समझ कर फैसला कर लो
फ़िर भी राय लो तो लोग भ्रमित कर देते हैं।