मंगलवार, 8 जनवरी 2013
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मेरा नाम प्रेम नारायण शर्मा है.मेरा जन्म फ़र्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश) में हुआ. मैंने १९९५ में एक कैसेट के गीत लिखे थे,जिसका नाम था -"सारंगपुर हनुमान" और जिसके गीत फिल्मी गायक मनहर उधास ने गाए थे.कैसेट का लोकार्पण अहमदाबाद (गुजरात) में हुआ था.मैं "प्रेम फ़र्रुखाबादी" के नाम से रचनाएँ लिखता हूँ.
सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएंनववर्ष मंगलमय हो!
लड़के लड़कियों के पीछे पड़े हैं।
जवाब देंहटाएंजिधर देखो उधर बेशर्म खड़े हैं।
बिन देखे इन्हें चैन ही न आये
दिल के हाथों में मजबूर बड़े हैं।
समझाओ तो समझाते ही नहीं
हो जाते एक दम चिकने घड़े हैं।
बेशर्म इतने कि मत पूँछो भाई
कुत्तों जैसी कुत्तई पर अड़े हैं।
समाज चुपचाप है इन्हें देख के
तभी लड़कियों पे जुल्म बढ़े हैं।
वही लड़के छेड़ते लड़कियों को
जिसके घर में संस्कार सड़े हैं।