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"मेरी पुस्तक - प्रकाशित रचनाएँ : प्रेम फ़र्रुखाबादी"

मेरा नाम प्रेम नारायण शर्मा है.मेरा जन्म फ़र्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश) में हुआ. मैंने १९९५ में एक कैसेट के गीत लिखे थे,जिसका नाम था -"सारंगपुर हनुमान" और जिसके गीत फिल्मी गायक मनहर उधास ने गाए थे.कैसेट का लोकार्पण अहमदाबाद (गुजरात) में हुआ था.मैं "प्रेम फ़र्रुखाबादी" के नाम से रचनाएँ लिखता हूँ.

रविवार, 28 दिसंबर 2014

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Prem Farukhabadi
Greater Noida, Uttar Pradesh, India
कोई दर्द बाँटता तो कोई खुशी बाँटता है। जिसके पास जो होता वो वही बाँटता है। अँधेरों में जीना भी कोई जीना है दोस्त, जीना उसका जीना जो रोशनी बाँटता है। किसी की कभी भी जान ले सकता है दुष्ट, पर सज्जन तो हमेशा ही जिन्दगी बाँटता है। किसी को रुलाये ऐसा गम किस काम का, सराहो उसको जो सब को हँसी बाँटता है। बुझदिल लोग ही जिया करते हैं उदासियों में, दिलदार तो वही जो सबको ताजगी बाँटता है।
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"मेरी पुस्तक-प्रकाशित रचनायें : प्रेम फर्रुखाबादी"

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