tag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post2932303027620209894..comments2023-08-09T19:31:19.116+05:30Comments on "मेरी पुस्तक - प्रकाशित रचनाएँ : प्रेम फ़र्रुखाबादी": जैसा बोओगे दोस्त वैसा ही काटोगेPrem Farukhabadihttp://www.blogger.com/profile/05791813309191821457noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post-59412042475127792422009-10-31T15:29:40.206+05:302009-10-31T15:29:40.206+05:30आप सभी ब्लोगर मित्रों का मेरा हौसला बढाने के लिए द...आप सभी ब्लोगर मित्रों का मेरा हौसला बढाने के लिए दिल से धन्यबाद!!Prem Farukhabadihttps://www.blogger.com/profile/05791813309191821457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post-61050730918407355442009-10-26T10:14:52.554+05:302009-10-26T10:14:52.554+05:30अति सुन्दर भाई जीअति सुन्दर भाई जीबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post-70711365994490077722009-10-25T16:12:55.659+05:302009-10-25T16:12:55.659+05:30WAH PREM JI, SAHI LIKHA HAI.WAH PREM JI, SAHI LIKHA HAI.Yogesh Verma Swapnhttps://www.blogger.com/profile/01456159788604681957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post-82436060768885146562009-10-25T13:09:32.566+05:302009-10-25T13:09:32.566+05:30अगर दुश्मनी निभाने से फुर्सत मिले
तब ही दिल से दिल...अगर दुश्मनी निभाने से फुर्सत मिले<br />तब ही दिल से दिल की दूरी पाटोगे।<br /><br />सही ज्ञान देती आपकी ये पंक्तियाँ बहुत ही सार्थक लगीं ....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post-12288086874273396402009-10-24T22:09:28.521+05:302009-10-24T22:09:28.521+05:30पहले ख़ुद तो सुधर जाओ फ़िर सुधारो
सुधरे बिना किसी ...पहले ख़ुद तो सुधर जाओ फ़िर सुधारो<br />सुधरे बिना किसी को कैसे सुधारोगे।<br /><br />बहुत सुधरी हुई शायरी!<br />शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post-1520187590466448682009-10-24T19:58:53.302+05:302009-10-24T19:58:53.302+05:30पहले ख़ुद तो सुधर जाओ फ़िर सुधारो
सुधरे बिना किसी क...पहले ख़ुद तो सुधर जाओ फ़िर सुधारो<br />सुधरे बिना किसी को कैसे सुधारोगे।<br />बहुत सही और सार्थक सीख है. आपकी रचनाए सन्देश देती है.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post-11900270774635800062009-10-24T13:15:52.403+05:302009-10-24T13:15:52.403+05:30पहले ख़ुद तो सुधर जाओ फ़िर सुधारो
सुधरे बिना किसी ...पहले ख़ुद तो सुधर जाओ फ़िर सुधारो<br />सुधरे बिना किसी को कैसे सुधारोगे ........<br /><br />SACH LIKHA HAI, SAREEK LIKHA HAI ...... PAHLE KHUD KO SUDHARNA CHAHIYE ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post-2750935754648849022009-10-24T11:31:37.757+05:302009-10-24T11:31:37.757+05:30प्रेम जी,
प्यार, मुहब्ब्त, भाईचारा सभी कुछ बाँटती...प्रेम जी,<br /><br />प्यार, मुहब्ब्त, भाईचारा सभी कुछ बाँटती हुई रचना!<br /><br />साधुवाद,<br /><br />मुकेश कुमार तिवारीमुकेश कुमार तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04868053728201470542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1114665494203186588.post-3635398541198874742009-10-24T07:32:47.968+05:302009-10-24T07:32:47.968+05:30जैसा भी बोओगे दोस्त वैसा ही काटोगे।
दिल में गर प्य...जैसा भी बोओगे दोस्त वैसा ही काटोगे।<br />दिल में गर प्यार होगा तो ही बाँटोगे।<br />अगर दुश्मनी निभाने से फुर्सत मिले<br />तब ही दिल से दिल की दूरी पाटोगे।<br />पूरी कविता ही सन्देश दे रही है ...बहुत बढ़िया ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.com