गुरुवार, 19 फ़रवरी 2009

चलो आज मिल के कोई गीत गायें


चलो आज मिल के कोई गीत गायें।
      गीत गाकर सभी को ही मीत बनायें।
       चलोआज मिल के कोई गीत गायें।

जीवन की जंग जो लगे हारने 
   अपने आप को जो लगे मारने 
    आज उन्हीं में जीवन की प्रीति जगायें।
        चलो आज मिल के कोई गीत गायें।

आदमी जो सभी से मिल के रहे
    जीवन में सदा वो खिल के रहे
      जीने की सभी को यही रीति सिखाएं।
        चलो आज मिल के कोई गीत गायें।

अपनों से जो कभी रूठते नहीं
      हौसले उनके कभी टूटते नहीं
          रखते जो हौसले वो ही जीत जायें।
            चलो आज मिल के कोई गीत गायें


6 टिप्‍पणियां:

  1. अपनों से जो कभी रूठते नहीं
    हौसले उन के कभी टूटते नहीं
    हौसले जो रखते वो ही जीत जायें।
    " जिन्दगी की अच्छी व्याख्या की आपने अपने इस आलेख मे......जिदंगी एक पहेली सी लगती है....कभी लगता है सुलझ गयी.....कभी इतनी उलझ जाती है एक चक्रव्यू के समान लगती है......जिन्दगी के प्रति ये उपर लिखी पंक्तियाँ सार्थक लगती हैं.....हौसला है तो सब कुछ है......वरना कुछ भी तो नही.."

    Regards

    जवाब देंहटाएं
  2. अपनों से जो कभी रूठते नहीं
    हौसले उन के कभी टूटते नहीं
    हौसले जो रखते वो ही जीत जायें।

    --बहुत सधा हुआ सारगर्भित आलेख. रामलाल जैसे न जाने कितने पंगा न लेने के चक्कर में इसी मृगमरीचिका में जीवन गुजार देते हैं.

    जवाब देंहटाएं
  3. 'आदमी जो सबसे मिलके रहे


    जीवन में सदा वो खिलके रहे


    यही सबको जीने की रीति सिखाएं।'
    -सच्ची सीख.

    जवाब देंहटाएं
  4. गीत गाते रहो, गुनगुनाते रहो,
    एक दिन मीत संसार हो जायेगा।

    चमचमाते रहो, जगमगाते रहो,
    एक दिन प्रीत उपहार हो जायेगा।।

    कृपया शब्द पुष्टिकरण हटा दें।
    टिप्पणी पोस्ट करने में दिक्कत होती है।

    जवाब देंहटाएं
  5. प्रेम जी,

    हौसले से ही तय होती है मंजिल
    भला कब साथ दिया हवा ने मस्तूलों का

    बड़ी ही अच्छी रचना बन पड़ी है.

    मुकेश कुमार तिवारी

    जवाब देंहटाएं
  6. चलो आज मिलके कोई गीत गायें।
    गीत गाके सबको मन मीत बनायें।
    जीवन की जंग जो हारने लगे
    अपने आपको जो मारने लगे
    आज उनके जीवन में प्रीति जगायें....

    Waah bhot acche bhav hai rachna ke ..Bdhai...!!

    जवाब देंहटाएं